फूल बरसाना दिखावे का PR था, डॉक्टरों पर पुलिस लाठीचार्ज को लेकर केंद्र पर बरसे राहुल और प्रियंका
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नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में नीट-पीजी काउंसलिंग में देरी के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की तीखी अलोचना की. राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘फूल बरसाना दिखावे का पीआर (जनसंपर्क) था, असलियत में अन्याय बरसा रहें हैं. केंद्र सरकार के अत्याचार के खिलाफ मैं कोरोना योद्धाओं के साथ हूं.’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी डॉक्टरों पर पुलिस कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट किया, “कोरोना के समय में इन युवा डॉक्टरों ने अपनों से दूर रहकर पूरे देश के नागरिकों का साथ दिया. अब समय है पूरा देश डॉक्टरों के साथ खड़े होकर इन पर पुलिस बल प्रयोग करने वाले व इनकी मांगों को अनसुना करने वाले नरेंद्र मोदी जी को नींद से जगाए. डॉक्टरों को झूठा पीआर नहीं, सम्मान व हक चाहिए.”
सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने नीट-पीजी 2021 की काउंसलिंग में हो रही देरी को लेकर अपना आंदोलन तेज करते हुए सोमवार को मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से उच्चतम न्यायालय तक मार्च निकाला. हालांकि, प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोक लिया और दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हुई. पुलिस ने कम से कम 12 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया और बाद में उन्हें छोड़ दिया.
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन पिछले कई दिनों से आंदोलन कर रहा है. सरकार ने पिछले साल कोरोना वायरस पर काबू के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान महामारी से निपटने में योगदान को लेकर डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों पर फूल बरसाए थे.
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