NASA सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप को तैनात करने में कामयाब, जानें क्या है खासियत
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नई दिल्ली. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने सफल लॉन्चिंग के दो हफ्तों की कड़ी मेहनत के बाद अब तक का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली टेलीस्कोप जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) को तैनात करने में कामयाबी हासिल की है. यह जानकारी खुद नासा ने शनिवार को ट्विटर पर दी है. बीते दो हफ्तों से दुनिया की निगाहें इस मिशन पर लगी हुईं थीं. हमारे सोलर सिस्टम के अलावा दूसरी दुनिया, एस्टेरॉयड, ब्लैक होल्स और आकाशगंगाओं के अनसुलझे रहस्यों को हल करने में इस टेलीस्कोप की मदद मिलेगी. इसे नासा, यूरेपीय और कनाडाई स्पेस एजेंसी ने मिलकर तैयार किया है.
🔴 LIVE from mission control: @NASAWebb experts give real-time updates as the telescope’s golden honeycomb-like mirror takes its final shape in space.
This marks the end of an unprecedented 14-day deployment process! Use #UnfoldTheUniverse for questions. https://t.co/9ObGVUZvdG
— NASA (@NASA) January 8, 2022
नासा ने बताया कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने शनिवार को अपना तैनाती का दो हफ्ते का चरण पूरा किया और इसका अंतिम दर्पण पैनल खोल दिया गया है. अब यह ब्रह्मांडीय इतिहास के हर चरण की स्टडी करने को पूरी तरह तैयार है. नासा ने कहा है कि अब अंतिम विंग तैनात कर दिया गया है. इसके लिए टीम ने बहुत मेहनत की है. जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप अंतरिक्ष में तैनात होने वाली सबसे बेहतरीन वैज्ञानिक आंखें मानी जा रही हैं, जिसको बनाने में 10,000 वैज्ञानिकों ने मेहनत की है.
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बताया गया है कि यह नया टेलीस्कोप जेम्स वेब टेलीस्कोप (JWST) अब हबल टेलीस्कोप की जगह लेगा. यह हबल से 100 गुना अधिक शक्तिशाली है. बीते दिसंबर में NASA ने JWST को एरियन-5 ईसीए (Ariane 5 ECA) रॉकेट से लॉन्च किया था. इसकी लॉन्चिंग फ्रेंच गुएना स्थित कोरोऊ लॉन्च स्टेशन से की गई थी. पहले टेलीस्कोप को मार्च 2021 में लॉन्च करने का लक्ष्य रखा गया था, फिर इसे अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया. तकनीकी खामियां को दूर करने के बाद इसे दिसंबर 2021 में लॉन्च किया गया था.
वाशिंगटन स्थित नासा मुख्यालय से इस प्रोग्राम के डायरेक्टर ग्रेगरी एल. रॉबिन्सन ने इस मिशन की जानकारी देते हुए बताया था कि इसे सोलर सिस्टम के रहस्यों को सुलझाने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है. ये टेलीस्कोप सितारों, एक्सोप्लैनेट और सोलर सिस्टम के चंद्रमाओं और ग्रहों के स्रोतों का निरीक्षण करेगा.
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