Assembly Elections: चुनावी राज्यों पर कोरोना का साया! रिपोर्ट में दावा- पंजाब, UP के 86 जिलों में जोखिम ज्यादा
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नई दिल्ली. विधानसभा चुनाव 2022 (Assembly Elections 2022) की तारीखों का ऐलान हो चुका है और अब खबर है कि पंजाब (Punjab), उत्तर प्रदेश (UP) और मणिपुर (Manipur) के कई जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) फैलने का खतरा मंडरा रहा है. हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से साझा की गई एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है. रिपोर्ट में बताया गया है कि तीनों राज्यों के अधिकांश जिलों पर कोविड का जोखिम ज्यादा है. साथ ही इन जगहों की आबादी गंभीर बीमारी औऱ विपरीत नतीजों के जोखिम में है. कोविड-19 पर केंद्र की तरफ से गठित किए गए सशक्तिकरण समूहों में से एक ने यह आकलन किया है.
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, सोमवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ रिपोर्ट ‘Vulnerability of districts for Covid-19’ साझा की गई है. रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के 75 में से 65 जिलों औऱ पंजाब के 22 में से 21 जिलों और मणिपुर के 16 में से 9 जिलों को ‘कैटेगरी 1’ और ‘कैटेगरी 2’ में रखा गया है. इन वर्गों का मतलब है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण बढ़ती कोविड महामारी का जोखिम इन जगहों पर ज्यादा है. एनालिसिस के अनुसार, ‘इन जिलों की आबादी गंभीर बीमारी के ज्यादा और विपरीत नतीजों के ज्यादा जोखिम में है.’
खास बात है कि रिपोर्ट साझा किए जाने के दो दिन पहले ही भारत निर्वाचन आयोग ने यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा के लिए चुनावी कार्यक्रम की घोषणा की थी. रिपोर्ट में जिलों में जोखिम का आकलन दो मापदंडों के आधार पर किया गया है, जिसमें 30 दिसंबर 2021 तक पहले कोविड से संक्रमित होना (संक्रमित आबादी का अनुपात) और टीकाकरण (दोनों डोज) की बात शामिल है. इन दो बातों के आधार पर देशभर के 714 जिलों को चार वर्गों में बांटा गया था.
इनमें तीसरे और चौथे वर्ग में वे जिले शामिल हैं, जहां जोखिम कम है. आंकड़ों के लिहाज से कैटेगरी 1 में 99 जिले, कैटेगरी 2 में 212 जिले, कैटेगरी 3 में 299 जिले और कैटेगरी 4 में 104 जिले हैं.
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कैटेगरी 1 में शामिल 99 जिले 15 राज्यों के हैं. इनमें यूपी के सबसे ज्यादा 39 जिले शामिल हैं. इसके अलावा वर्ग में झारखंड के 13, बिहार के 11, पंजाब के 9 और मणिपुर के 2 जिलों का नाम शामिल है. वहीं, कैटेगरी 2 में 35 जिले मध्य प्रदेश के हैं. जबकि, इस वर्ग में यूपी के 26, बिहार के 22, गुजरात के 21, पंजाब के 12 और मणिपुर के 7 जिले हैं.
कैटेगरी 4 में शामिल 104 जिलों में महाराष्ट्र और केरल के 13-13 जिलों का नाम है. साथ ही कर्नाटक के 9, अरुणाचल प्रदेश के 8 जिले इस वर्ग में हैं. कैटेगरी 3 में असम के 23 और तमिलनाडु के 22 जिले हैं. खास बात है कि इस वर्ग में यूपी के आठ जिले (गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, गोरखपुर, बरेली, झांसी, रायबरेली, मेरठ और वाराणसी) शामिल हैं. जबकि, पंजाब इस वर्ग में पंजाब का एक जिला शहीद भगत सिंह नगर औऱ मणिपुर के दो जिलों- चंदेल और जिरिबाम का नाम है. कैटेगरी 4 में यूपी के केवल दो जिले- लखनऊ और कानपुर नगर हैं. साथ ही इसमें मणिपुर के तीन जिलों- इंफाल पूर्वी, इंफाल पश्चिम और काकचिंग का नाम है.
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘कैटेगरी 1 और कैटेगरी 2 में दूसरे डोज का टीकाकरण तेजी से बढ़ाएं. खासतौर से कैटेगरी 1 के जिलों के लिए यह जरूरी है.’ इसमें कहा गया है, ‘कैटेगरी 1 और कैटेगरी 2 के जिलों में सभी तैयारियां सुनिश्चित करें. इनमें स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी (बिस्तर, ICUs), जांच, एआर (ह्यूमन रिसोर्स), दवाएं, ऑक्सीजन, साथ ही घरेलू देखभाल सहायताएं’ शामिल हैं. ज्यादा जोखिम वाले शुरुआती दो वर्गों में गोवा और उत्तराखंड के किसी भी जिले का नाम नहीं है.
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