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CBI की 1626 करोड़ के बैंक घोटाला केस में बड़ी कार्रवाई, 12 जगहों पर छापेमारी, आरोपी के घर से नकद 1.58 करोड़ जब्त

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नई दिल्ली. केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI)  ने करीब  1,626.74  करोड़ रुपए के बैंक लोन से जुड़े फर्जीवाड़ा मामले में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एफआईआर दर्ज (registered a case) की है, उसके बाद साल 2020 के आखिरी दिन 31 दिसंबर को 12 लोकेशन पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान सीबीआई की टीम ने बैंक से जुड़े फर्जीवाड़ा (allegations of defrauding the banks)  मामले में छापेमारी के दौरान आरोपी के घर से करीब एक करोड़ 58 लाख ,96 हजार रुपये नकद किया जब्त (Cash amount of Rs. 1,58,96,000) किया है.

दरअसल ये लोन लेने का मामला कई बैंकों ( cheated the consortium of banks) से जुड़ा है, लेकिन मामला चण्डीगढ़ स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank of India) द्वारा मामला दर्ज करवाया गया है. बैंक के अधिकारी द्वारा कुछ समय पहले सीबीआई में दवा बनाने वाली (Manufacturing of Drugs) एक प्राइवेट कंपनी मेसर्स परबोलिक ड्रग्स लिमिटेड और उसके मैनेजमेंट के खिलाफ फर्जीवाड़े से जुड़े मसले पर शिकायत दर्ज करवाई गई थी. दर्ज शिकायत में लिखित तौर पर ये बताया गया था कि कैसे एक प्राइवेट कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, डायरेक्टर, सहित अन्य अधिकारियों और अज्ञात सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा बैंक को करीब डेढ़ हजार करोड़ से ज्यादा रुपये का चूना लगाया गया.

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सीबीआई द्वारा मेसर्स परबोलिक ड्रग्स लिमिटेड कंपनी ((M/s Parabolic Drugs Ltd ) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोप ये है कि इस कंपनी द्वारा बैंकों से लोन लेकर उसे कई अन्य प्रोजेक्ट के लिए दूसरे अकाउंट में डाइवर्ट कर दिया गया यानी इस कंपनी के द्वारा दवा बनाने के नाम पर लोन लेकर उसे दूसरी कंपनी में डाइवर्ट करके अपने आप को इस कंपनी ने अपना नुकसान दिखा दिया.

इसके साथ एक साजिश के तहत कई सरकारी अधिकारियों और कई प्राइवेट लोगों  के साथ मिलकर कई बैंकों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया गया. इस मामले में कार्रवाई को अंजाम देते हुए सीबीआई ने 31 दिसंबर 2021 को आरोपियों के आवास सहित अन्य संबंधित लोकेशन पर छापेमारी की, जिसके तहत चंडीगढ़, दिल्ली, पंचकूला, लुधियाना, फरीदाबाद सहित कुल 12 लोकेशन पर छापेमारी की.

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सीबीआई की टीम को छापेमारी के दौरान आरोपी के आवास सहित अन्य लोकेशन से करीब 1,58,96,000 रुपये जब्त किया. छापेमारी करने वाली सीबीआई की टीम भी इतनी बड़ी नकद रकम देखकर चौंक गई थी. सीबीआई की टीम ने आरोपियों के आवास से बैंक के लॉकर, गोल्ड, ज्वेलरी, प्रोपर्टी के दस्तावेजों को भी जब्त किया है, जिसका खुलासा सीबीआई जल्द ही करने वाली है.

सीबीआई ने इन आरोपियों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया, उसके बाद उन आरोपियों से संबंधित लोकेशन पर छापेमारी की प्रकिया को अंजाम दिया.

1.मेसर्स परबोलिक ड्रग्स लिमिटेड (M/s Parabolic Drugs Ltd
2. प्रणव गुप्ता (मैनेजिंग डायरेक्टर)
3. विनीत गुप्ता (निदेशक)
4.  दीपाली गुप्ता (निदेशक)
5.रमा गुप्ता (निदेशक)
6. जगजीत सिंह चहल (निदेशक)
7. संजीव कुमार (निदेशक)
8. वंदना सिंगला (निदेशक)
9. इशरत गिल (निदेशक)
10 .जे डी गुप्ता (निदेशक)
11. टी एन गोयल (निदेशक)
12. निर्मल बंसल (ग़ैरेन्टर)
13 . कई अज्ञात सरकारी और प्राइवेट लोग

सीबीआई की टीम ने बैंक से गलत तरीके से करोड़ों रुपये का कर्ज लेकर उसे नहीं चुकाने के नीयत से जिस तरह फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया, अपराधिक साजिश रचने (criminal conspiracy), फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया (using forged documents) गया,  फर्जीवाड़ा करते हुए बैंक के साथ एक साजिश के तहत बैंक को नुकसान पहुंचाया गया, लिहाजा उस मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई द्वारा  इन आरोपियों और उसकी कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज करके अब आगे की तफ़्तीश की जा रही है,  जल्द ही इस मामले में कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी भी संभव है.

Tags: Bank, CBI

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