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सिंघु बॉर्डर खाली होने के बाद भी दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे पर ट्रैफिक शुरू होने में अभी लग सकते हैं 2 दिन

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दिल्ली. दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे (Delhi-Chandigarh Highway) को खोलने के लिए प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. इस हाईवे पर ट्रैफिक (Traffic) पूरी तरह से चालू होने में दो-तीन और लग सकते हैं. बता दें कि सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) से किसान (Farmers) वापस तो लौट चुके हैं, लेकिन अभी भी पूरी तरह से रास्ता नहीं खुला है. खासकर पिछले साल किसानों को दिल्ली की तरफ आने से रोकने के लिए बनाए गए कंक्रीट की दीवार को तोड़ने के लिए जो मशीन लगाए गए थे, वे मशीन दीवार को तोड़ नहीं पाए. हालांकि, दिल्ली पुलिस की चौकी के पास बनी सबसे मजबूत दीवार को तोड़ दिया गया है. इसके बावजूद अन्य दीवार इन मशीनों से नहीं टूट रहे हैं. अब इनको तोड़ने के लिए जेसीबी मशीन लाई गई है.

बता दें कि पिछले दो-तीन दिनों से सिंघु बॉर्डर पर किसानों द्वारा बनाए गए अस्थायी घरों और स्ट्रक्चरों को तोड़ने का काम चल रहा है. इन्हें तोड़ने में सैंकड़ों मजदूर तो लगे ही हैं साथ में कई जेसीबी मशीनों को भी अब इस काम में लगा दिया गया है, लेकिन इसके बावजूद दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे शुरू होने में अभी दो दिनों का वक्त लग सकता है. इस समय किसानों को रोकने के लिए बनाई गई मोटी दीवारों और पत्थरों को कई बड़े क्रेन की मदद से हटाने का काम किया जा रहा है.

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दिल्ली पुलिस ने गुरुवार से टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर बैरिकेड्स हटाना शुरू कर दिया है.

दीवार को तोड़ने के लिए कई क्रेनें भी मंगाई गई
इस हाईवे पर ट्रैफिक व्यवस्था पहले की तरह चालू करने के लिए युद्धस्तर पर काम किए जा रहे हैं. खासकर मोटी-मोटी पत्थर की दीवारों को हटाने के लिए तकरीबन आधा दर्जन क्रेनें मंगाई गई हैं, जो सिंघु बॉर्डर के दो-तीन किलोमीटर के दायरे में काम कर रही हैं. मुख्य तौर पर 2-3 क्रेनें सिंघु पुलिस चौकी के पास ही लगाई गई हैं, जहां पर आंदोलन के शुरुआती दिनों में करीब 4 फुट चौड़ी कंक्रीट की मोटी दीवार बनाई गई थी. इन दीवारों पर लगे कटीली तारों को मजदूरों ने पहले ही हटा दिया था, लेकिन मोटी दीवारें और पत्थर हटाने का काम अभी भी चल रहा है.

कई एजेंसियां काम में लगी हुई हैं
हाईवे से किसानों के जाने के बाद पुलिस के अलावा भी कई एजेंसियां काम में लग गई हैं. दिल्ली के हिस्से में साफ-सफाई की जिम्मेदारी नगर निगम के पास है. वहीं, सड़क मेंटिनेंस के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी इंडिया के कर्मचारी लगे हुए हैं. हरियाणा की तरफ हरियाणा पुलिस और दिल्ली की तरह कंक्रीट की दीवारों का तोड़ने का काम दिल्ली पुलिस के जिम्मे है.

दिल्‍ली पुलिस ने टिकरी बॉर्डर (Tikri Border) से गुरुवार को बैरिकेड हटाने का काम शुरू किया था, जो कि देर रात जारी रहा. बता दें कि दिल्ली पुलिस की तरफ से पिछले 10 महीने पहले बड़े-बड़े ट्राला और मजबूत डिवाइडर बनाए थे, ताकि किसान दिल्ली की तरफ ना आ सकें.

26 जनवरी 2020 की घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर पर 5-6 लेयर की हैवी बैरिकेडिंग की थी.

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बता दें 26 जनवरी 2020 की घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर पर 5-6 लेयर की हैवी बैरिकेडिंग की थी. हालांकि, हरियाणा के हिस्से वाली सभी तरह के बैरिकेड्स को हरियाणा पुलिस ने हटा लिया है. इस साइड पर अब सड़कों के मेंटिनेंस का काम चल रहा है. पिछले एक साल से इस हाईवे से हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के लिए गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. इस दौरान सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतार लग जाती थीं. खासकर बाहरी राज्य से आए हुए सैलानियों को भी इससे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था.

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