फ्रांस के PM जीन कास्टेक्स कोरोना संक्रमित, देश की 75% आबादी को लग चुकी वैक्सीन
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पेरिस. फ्रांस (France) के प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स (Jean Castex) सोमवार को कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित पाए गए. जीन कास्टेक्स के पड़ोसी मुल्क बेल्जियम (Belgium) से लौटने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसकी जानकारी दी है. वहीं, यूरोप के कई मुल्कों की तरह फ्रांस में भी राष्ट्रव्यापी कोरोना (Coronavirus in France) की एक नई लहर देखने को मिल रही है. सोमवार को फ्रांसीसी प्रधानमंत्री ने ब्रुसेल्स में बेल्जियम के अपने समकक्ष अलेक्जेंडर डी क्रू (Alexander De Croo) और चार अन्य मंत्रियों से मुलाकात की थी. ऐसे में ये लोग एहतियातन अब क्वारंटीन में चले गए हैं.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘फ्रांस से प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स आने वाले 10 दिनों तक अपने निर्धारित कामों को आइसोलेशन में रहते हुए करेंगे. अधिकारियों ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की कि क्या कास्टेक्स में वायरस के किसी लक्षण को देखा गया है या नहीं.’ कार्यालय ने कहा, ‘कास्टेक्स के बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू के साथ बैठक के बाद लौटने पर उनकी बेटियों में से एक सोमवार को पॉजिटिव पाई गईं. इसके बाद कास्टेक्स ने खुद का टेस्ट कराया और वह भी संक्रमित मिले.’ वहीं, डी क्रू के कार्यालय ने कहा है कि उनका बुधवार को टेस्ट किया जाएगा और वह विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, न्याय मंत्री और गृह मंत्री के साथ सेल्फ-आइसोलेशन में हैं.
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75 फीसदी आबादी वैक्सीनेटेड, फिर भी बढ़ा संक्रमण
बेल्जियम प्रधानमंत्री के कार्यालय ने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री डी क्रू ने सुरक्षा वार्ता के लिए फ्रांसीसी प्रधान मंत्री की अगवानी की. ऐसे में उन्होंने तुरंत अपनी गतिविधियों को सीमित कर दिया है. यहां गौर करने वाली बात ये है कि फ्रांस की 75 फीसदी आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है. लेकिन इन सबके बाद भी हाल के हफ्तों में संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है. कोरोना की वजह से होने वाली मौतों और अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में भी इजाफा हुआ है. हालांकि, यहां थोड़ी राहत की बात ये है कि पिछले बार देखने को मिले वायरस संकट से इस बार थोड़ी राहत है. पिछली बार की तुलना में कम लोग वायरस का शिकार हो रहे हैं.
यूरोपीय मुल्कों में लॉकडाउन लगाने की चर्चा तेज
गौरतलब है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) पिछले साल दिसंबर में कोविड-19 के चपेट में आए थे. इसके अलावा, फ्रांस के कई मंत्री भी वायरस का शिकार हुए थे. हाल के दिनों में यूरोप भर में वायरस के मामलों में इजाफा हुआ है. यही वजह है कि कई देशों में फिर से लॉकडाउन लागू करने का विचार किया जा रहा है और कई मुल्कों में लॉकडाउन लागू भी कर दिया गया है. वहीं, ऑस्ट्रिया, नीदरलैंड जैसे मुल्कों में तो लॉकडाउन के खिलाफ जमकर प्रदर्शन भी हुए हैं. वायरस से बचने के लिए यूरोप के कई मुल्कों में तेजी से वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है.
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2019 के आखिर में चीन में आया था पहला केस
2019 के अंत में चीन से निकले कोरोना वायरस से अब तक पूरी दुनिया में 257,520,965 लोग संक्रमित हो चुके हैं. 5,150,520 संक्रमितों की मौत हो चुकी है. हालांकि इससे बचाव के लिए दुनिया भर में टीकाकरण जारी है. अब तक कुल 7,392,037,014 को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. महामारी की शुरुआत से अब तक सबसे खराब हालत अमेरिका का है, जहां अब तक कुल 47,730,591 कोरोना के चपेट में आ चुके हैं और 771,118 की मौत हो चुकी है. (एजेंसी इनपुट के साथ)
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Tags: America, Coronavirus, Covid vaccine
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