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India-China talks: 14वीं वार्ता में सुलझ सकता है हॉट स्प्रिंग्स का मुद्दा, जानें भारत-चीन की मुलाकात में क्या होगा खास

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(अमृता नायक दत्त)

नई दिल्ली. वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव के बीच भारत (India) और चीन (China) 14वीं बार सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता करने जा रहे हैं. खबर है कि 12 जनवरी यानि बुधवार को होने वाली बैठक पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में गर्मी की शुरुआत से पहले दोनों पक्षों में भरोसा तैयार करने पर केंद्रित होगी. साथ ही इस दौरान अटके हुई डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया पर भी चर्चा हो सकती है. सोमवार को रक्षा सूत्रों ने जानकारी दी है कि भारतीय पक्ष ‘रचनात्मक बातचीत’ के पक्ष में है, ताकि एलएसी के साथ तनाव वाले क्षेत्रों का मुद्दा हल किया जा सके.

सरकारी सूत्रों ने न्यूज18 को बताया कि यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार बातचीत हॉट स्प्रिंग्स इलाके पर समाधान निकल सकता है. फिलहाल, यहां दोनों पक्षों के सीमित संख्या में सैनिक मौजूद हैं. खास बात है कि गोगरा पोस्ट के साथ ही हॉट स्प्रिंग्स पर डिसइंगेजमेंट को लेकर 12वें दौर की चर्चा के दौरान दोनों पक्षों में सहमति बन गई थी, लेकिन यह प्रक्रिया पूरी नहीं पाई थी. वहीं, देपसांग मैदानों पर डिसइंगेजमेंट को लेकर लंबे समय जारी मुद्दे को अगली बैठकों पर उठाया जाएगा.

साथ ही गर्मियों की शुरुआत से पहले कॉन्फिडेंस बिल्डिंग मेजर्स (CBMs) पर चर्चा की जा सकती है. CBMs में जांच को लेकर एक मजबूत व्यवस्था और LAC के साथ उन स्थानों पर पैट्रोलिंग पॉइंट्स का सत्यापन शामिल हो सकता है, जहां पहले ही डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया हो चुकी है. सूत्रों का कहना है कि इनमें एक-दूसरे को ट्रैनिंग इलाके और अभ्यास के बारे में जानकारी देना भी शामिल हो सकता है.

सूत्रों ने कहा कि बातचीत के दौरान इसपर भी विचार किया जा सकता है कि दोनों पक्षों के बीच आने वाले महीनों में झड़प को रोकने के लिए दावे वाली रेखाओं की ओर पैट्रोलिंग प्रोग्राम होना चाहिए या नहीं. भारत विवादित LAC के नजदीक चीन की तरफ से किए गए स्थाई निर्माण पर भी चर्चा करेगा.

बुधवार को होने वाली यह बैठक 3 महीने के अंतराल से हो रही है. 10 अक्टूबर को आयोजित हुई 13वें दौर की चर्चा असफल रही थी. रिटायर्ड मेजर जनरल अशोक कुमार ने न्यूज18 से बातचीत में दो कारणों से बुधवार को होने वाली वार्ता को अहम बताया. इसमें आने वाली गर्मियां और इस साल 1 जनवरी से प्रभावी हुई चीन का नया लैंड बॉर्डर लॉ है.

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भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर मई 2020 से ही तनाव जारी है. दोनों पक्षों के बीच 13 दौर की सैन्य स्तर की वार्ता हो चुकी है. इन वार्ताओं के दौरान ही LAC पर दो स्थानों पर डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया पर सहमति बनी है. इनमें पैंगोन्ग त्सो पर उत्तरी किनारे पर अहम फिंगर 4 इलाके और गोगरा या पैट्रोल पॉइंट 17A शामिल हैं. खास बात है कि इनमें सैनिकों को वापस बुलाने के अलावा अस्थाई निर्माण को हटाना भी शामिल था. इसके बाद आपसी सत्यापन प्रक्रिया शुरू हुई.

18 नवंबर 2021 को आयोजत वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कॉर्डिनेशन ऑन इंडिया-चाइना बॉर्डर अफेयर्स (WMCC) की 23वीं बैठक में नई दिल्ली ने चीन की तरफ से किए जा रहे निर्माण कार्य के साथ-साथ सैनिकों के इजाफे को लेकर बीजिंग के सामने चिंता जाहिर की थी.

Tags: India china, LAC, Ladakh

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