अंतर्राष्ट्रीय

तालिबानी शासन आने के बाद भारत पहली बार अफगानिस्‍तान को भेजेगा कोवैक्सीन की 10 लाख डोज

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नई दिल्‍ली. दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैल रहा है. संक्रमण के चलते कुछ देशों की हालत खराब है. वहीं भारत में बनी कोरोना वायरस (Coronavirus) की वैक्‍सीन कोवैक्सीन (Covaxin) को दुनिया के कुछ देशों में सहायता के रूप में भेजा गया था. अब केंद्र सरकार एक बार फिर अफगानिस्‍तान (Afghanistan) को यह वैक्‍सीन मुहैया कराने जा रही है. इसकी करीब 10 लाख डोज अफगानिस्‍तान को देने की तैयारी है. अफगानिस्‍तान में तालिबान का नियंत्रण होने के बाद पहली बार भारत ये वैक्‍सीन वहां भेज रहा है. यह जानकारी शीर्ष सरकारी सूत्र ने CNN-News18 को दी है.

जानकारी दी गई है कि पहले शिपमेंट में कोवैक्सीन की करीब 5 लाख डोज हैं. इन्‍हें ईरान की महान एयरवेज के विमानों से अफगानिस्‍तान भेजा जा रहा है. कहा जा रहा है कि ये वैक्‍सीन शनिवार को काबुल पहुंच जाएंगी. इसके बाद दूसरा शिपमेंट जनवरी के दूसरे हफ्ते में भेजने की योजना है. इसके तहत भी 5 लाख डोज को अफगानिस्‍तान भेजा जाएगा. अफगानिस्‍तान को ये कोवैक्सीन भारत सरकार के वैक्‍सीन मैत्री प्रोग्राम के तहत भेजी जा रही हैं. इस प्रोग्राम में भारतीय वैक्‍सीन को निम्‍न आय और विकासशील देशों को तोहफे के रूप में सहायता के तौर पर भेजा जाता है.

भारत से पहले ही बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, मॉरीशस, श्रीलंका, मालदीव, ब्राजील, मोरक्को, दक्षिण अफ्रीका, कांगो और नाइजीरिया वैक्‍सीन प्राप्‍त कर चुके हैं. मौजूदा समय हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक प्रति माह कोवैक्सीन की लगभग 7 करोड़ डोज उत्पादन कर रही है और अगले कुछ महीनों में इसके एक अरब डोज उत्‍पादन की सालाना क्षमता तक पहुंचने की उम्मीद है.

कंपनी हैदराबाद, अंकलेश्वर, पुणे और मलूर में अपने प्‍लांट में अपनी मैन्‍यूफैक्‍चरिंग क्षमता बढ़ा रही है. कोवैक्सीन को नवंबर में WHO की सूची में शामिल किया गया. अभी कोवैक्सीन को दुनिया के 20 देशों में आपातकालीन इस्‍तेमाल की मंजूरी मिली है. आने वाले समय में माना जा रहा है कि ये आंकड़ा बढ़कर 50 हो जाएगा.

Tags: Afghanistan, Coronavirus, Covaxin, COVID 19

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