‘इसकी न उसकी सरकार, अबकी बार चुनाव बहिष्कार’, उत्तरकाशी में गूंज रहे हैं ये नारे? देखें VIDEO
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रिपोर्ट – बलबीर परमार
उत्तरकाशी. उत्तराखंड के सीमान्त जनपद उत्तरकाशी के दो हिस्सों से बड़ी खबरें आईं हैं, जिनका तेवर एक जैसा दिखा. 22 गांवों की 9 ग्राम पंचायतों ने महापंचायत का आयोजन किया और एक सुर में ‘चुनाव बहिष्कार’ का नारा लगाया है.. ग्रामीणों ने कहा कि 2022 के चुनाव के बहिष्कार के संबंध में महापंचायत के फैसले को ज़िला निर्वाचन अधिकारी से लेकर उत्तराखंड सरकार और भारत सरकार तक पहुंचाया जाएगा. दूसरी तरफ, अस्सीगंगाा घाटी के ग्रामीण सैकड़ों की तादाद में कलेक्टर कार्यालय नारेबाज़ी करते हुए पहुंचे और इस बार चुनाव में वोट न देने की खुली चेतावनी देकर नारेबाज़ी की.
आगामी विधानसभा चुनावों के विरोध को लेकर मोरी आपदा प्रभावित क्षेत्र कोठीगाड़ पट्टी के 22 गांवों की 9 ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों ने बैठक की. इस बैठक में चुनाव का बहिष्कार किए जाने का फैसला साझा सहमति से लिया गया. ग्रामीणो का कहना है, दो-दो बार मुख्यमंत्री बदले जाने के बाद आज तक सरकार की तरफ से आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं मिला जबकि ग्रामीण दो साल से इंतज़ार ही कर रहे हैं. अब ग्रामीणों ने चुनावों के विरोध और बहिष्कार का रास्ता मजबूर होकर ही चुना है. वहीं, डीएम मयूर दीक्षित ने कहा, प्रस्ताव सरकार को भेजा गया है, जल्द मंज़ूरी मिलने की उम्मीद है.
गांव में नेताओं की एंट्री रोकने की रणनीति बनी
वास्तव में, 2019 में आराकोट, कोठीगाड़ क्षेत्र में भीषण आपदा आई थी, जिससे कृषि, उद्यान, आवास, कृषि भूमि व फसलों समेत जनहानि भी हुई थी. इतने नुकसान को लेकर प्रदेश सरकार की अनदेखी व झूठे आश्वासनों पर ग्रामीणों ने इस बैठक में गुस्सा ज़ाहिर किया. ग्रामीणों ने इस रणनीति पर भी चर्चा की कि चुनाव के दौरान पार्टियों के कार्यकर्ताओं, नेताओं और प्रतिनिधियों को प्रभावित गांवों में न घुसने दिया जाए.
अस्सीगंगा घाटी के सैकड़ों ग्रामीणों ने उत्तरकाशी ज़िला मुख्यालय पर बड़ा विरोध प्रदर्शन किया.
बदहाल सड़कों और ठेकेदारों से नाराज़ हैं ग्रामीण
इधर, जनपद उत्तरकाशी में ग्रामीणों ने पर्यटक स्थल को जाने वाली सड़क की बदहाली को लेकर प्रदर्शन किया. असीगंगा घाटी के सैकड़ों ग्रामीणों ने ज़िला डीएम कार्यालय पहुंचकर जमकर शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी की. ग्रामीणो ने कार्यदायी संस्था और ठेकेदार के खिलाफ भी नाराज़गी जताई. दरअसल पिछले 10 साल से विभाग एक ही ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड होने के बावजूद ठेके दे रहा है, इससे भी ग्रामीण नाराज़ हैं.
ग्रामीणों ने कहा कि मुख्यालय से मात्र 5 किलोमीटर दूर पर्यटक स्थल गंगोरी डोडीताल का मोटर मार्ग बदहाल है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि जल्द इस मार्ग का काम नहीं हुआ तो पूरी घाटी 2022 चुनाव और नेताओं का बहिष्कार करेगी. ब्लैक लिस्टेड ठेकेदार को हटाए जाने के साथ ही ग्रामीणों ने गंगोरी डोडीताल मोटर मार्ग, संगमचट्टी सेकू मोटर मार्ग, गंगोरी उत्तरों मोटरमार्ग, चिवा नाल्ड मोटर मार्ग के सुधार की मांग की और चेतावनी दे दी है, ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’.
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Tags: Anti government protests, Uttarakhand Assembly Election 2022, Uttarakhand news, Uttarakhand politics, Uttarkashi News
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