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कर्नाटक: हैकर श्रीकी ने सरकारी वेबसाइट से उड़ाए थे करोड़ों रुपए, हार्ड डिस्क ने उगले राज

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बेंगलुरु. कर्नाटक (Karnataka) में सामने आए कथित बिटक्वाइन घोटाला मामले में नया खुलासा हुआ है. हैकर श्रीकृष्ण रमेश (Srikrishna Ramesh) उर्फ श्रीकी से बरामद हुए हार्ड डिस्क्स में राज्य सरकार के ई-प्रोक्योरमेंट सेल में हुई चोरी का डेटा मिला है. हैकर्स ने सेल से साल 2019 में हुई 11.5 करोड़ रुपये उड़ाए थे. नवंबर 2020 में हुई गिरफ्तारी के बाद श्रीकी दावा कर रहा है कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर 46 करोड़ रुपये की चोरी करने की कोशिश में था, लेकिन 11.5 करोड़ रुपये ही हासिल कर सका.

इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, साइबर फॉरेंसिक कंपनी ग्रुप साइबर आईटी टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से इन हार्ड डिस्क का विश्लेषण किया गया था. साइबर केस में दाखिल की गई चार्जशीट में एनालिसिस की जानकारी रिपोर्ट के तौर पर जोड़ी गई है. रिपोर्ट में टैक्स्ट फाइल का हवाला दिया गया है, जिसे साल 2018 में तैयार किया गया है. यह फाइल ही ई-प्रोक्योरमेंट साइट पर हुई हैकिंग की बात की पुष्टि कर रही है. श्रीकी और उसके साथियों पर बिटक्वाइन एक्सचेंज, पोकर साइट्स में हैकिंग जैसे कई आरोप हैं.

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साइबर फॉरेंसिक रिपोर्ट के अनुसार, श्रीकी के मैकबुक से बरामद की गई एक हार्ड डिस्क में eproc.karnataka.gov और अन्य साइट्स की कथित हैकिंग का डेटा है. कर्नाटक सरकार के ई-प्रोक्योरमेंट सेल के अधिकारियों ने राज्य की पुलिस के क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट की साइबर क्राइम यूनिट में शिकायत दर्ज कराई थी. सेल के अधिकारियों ने कहा था कि अज्ञात लोगों ने ई-प्रोक्योरमेंट सेल के डिपॉजिट्स से 11.5 करोड़ रुपये की बयाना राशी चुरा ली थी. जबकि, अधिकारी 7.37 करोड़ रुपये की चोरी को रोकने में सफल हो गए थे.

एनालिसिस में पोकर साइट्स पोकरसेंट, पीपीपोकर, पोकर बाजी, बिटक्वाइन एक्सचेंज कोइनेक्स और जोमेटो समेत कई साइट्स की हैकिंग का खुलासा हुआ है. साइबर फॉरेंसिक जानकार 6 लैपटॉप में से केवल 2 की जानकारी हासिल कर सके थे. एनक्रिप्शन कोड के कारण तीन लैपटॉप का पता नहीं चल सका. जबकि, एक के खराब होने के चलते जानकारी नहीं मिल सकी.

Tags: Bitcoin Scam, Karnataka, Srikrishna Ramesh



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