Politics of Uttarakhand : हरीश रावत हों या हरक सिंह, मनीष हों या मदन… ताना मारने में कोई किसी से नहीं कम
[ad_1]
Uttarakhand Election 2022 : कहीं वोट की बिसात बिछी होती है, कहीं नोट की, कहीं मान अपमान के दांव लगते है तो कहीं जान के भी… इन सबके अलावा चुनाव में और भी कई तरह की बाज़ियां होती हैं जैसे गुटबाज़ी, खेमेबाज़ी, नारेबाज़ी, बयानबाज़ी वगैरह… विपक्षियों के लिए जो बयान दिए जाते हैं, उनमें तानेबाज़ी महत्वपूर्ण होती है. जब इन तानों में सियासत से जुड़ी ‘इशारेबाज़ी’ मिलती है, तो बात मुद्दे की हो जाती है… देखिए कैसे उत्तराखंड की बड़ी खबरें (Uttarakhand News) एक पूरे दिन में 7 दिलचस्प बयानों के ज़रिये आईं.
[ad_2]
Source link