प्रियंका गांधी ने गिनाए कारण, प्रशांत किशोर के साथ इसलिए नहीं हुई साझेदारी
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नई दिल्ली. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) ने कहा कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के पिछले साल कांग्रेस (congress) में शामिल होने की संभावना थी, लेकिन यह हो नहीं पाई. उन्होंने एनडीटीवी को बताया कि इसके पीछे कई कारण थे. उन्होंने साफ कहा कि कई कारण थे, कुछ कारण हमारी ओर से थे तो कुछ कारण उनकी ओर से थे. मोटे तौर पर कुछ मुद्दों पर सहमति नहीं बन पाई और कुल मिलाकर यह हो नहीं पाया. उन्होंने इसके विवरण में जाने से मना कर दिया.
प्रियंका गांधी ने इनकार करते हुए कहा कि इसका कांग्रेस में किसी बाहरी व्यक्ति को लाने की अनिच्छा से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि ‘ अगर अनिच्छा होती तो इतनी चर्चाएं नहीं होतीं.’ उन्होंने कहा कि हां, प्रशांत किशोर की कांग्रेस में शामिल होने की संभावना थी, वास्तव में थी, लेकिन कुछ बिंदुओं पर यह नहीं हो पाया. गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने पिछले साल तीनों गांधी – सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी – के साथ कई दौर की चर्चा की थी.
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प्रशांत किशोर की राहुल गांधी के घर जाने की तस्वीरों ने अटकलों को हवा दी थी. कहा जाता है कि कांग्रेस में उनका प्रवेश हो गया था. हालांकि इस बातचीत के टूट जाने के बाद प्रशांत किशोर ने तीखा हमला बोला था. उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि कांग्रेस का नेतृत्व करने के लिए ‘किसी भी व्यक्ति का दैवीय अधिकार’ नहीं है. वह भी तब जब पार्टी पिछले 10 वर्षों में हुए चुनावों में 90 प्रतिशत से अधिक हार गई हो.
इससे पहले प्रशांत किशोर का 2017 के यूपी चुनावों के लिए कांग्रेस के साथ सहयोग बुरी तरह विफल रहा था. अखिलेश यादव-कांग्रेस गठबंधन को पछाड़कर भाजपा सत्ता में आ गई थी. हालांकि कांग्रेस ने पंजाब में जीत हासिल की थी, जहां अमरिंदर सिंह को प्रशांत किशोर की मदद मिली थी.
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Tags: Congress, Prashant Kishor, Priyanka gandhi
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