राष्ट्रीय

सरकारी रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा, ओमिक्रॉन ने के 50% मामले वैक्सीन की दोनो डोज लेने वाले थे

[ad_1]

नई दिल्ली: भारत समेंत पूरी दुनिया के लिए कोरोना (Coronavirus) का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) चिंता का सबब बना हुआ है. ओमिक्रॉन (Omicron Cases in India) के बढ़ते मामलों ने देश में कोविड की तीसरी लहर (Covid Third Wave) की संभावना को भी तेज कर दिया है. इस बीच ओमिक्रॉन (omicron in India) को लेकर सरकारी आंकड़ों ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. जानकारी के अनुसार ओमिक्रॉन के लगभग 50 प्रतिशत मामले ऐसे थे जिन्हें पूरी तरह से टीका लगाया था. आंकड़ों के मुताबिक ओमिक्रॉन से संक्रमित 183 लोगों में से 87 लोग यानी करीब 50 प्रतिशत लोगों को पूरी तरह से टीका लगाया गया था.

इस रिपोर्ट के आधार पर निष्कर्ष निकालते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि कोविड के इस नए रूप को रोकने के लिए सिर्फ वैक्सीन ही पर्याप्त नहीं है. इसकी रोकथाम के लिए निगरानी बढ़ाने के साथ साथ मास्क का प्रयोग बहुत ज्यादा जरूरी है.

शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने भारत में पाए गए 183 ओमिक्रॉन मामलों का विश्लेषण जारी किया था. इस मामलों में से 96 लोगों की टीकाकरण की स्थिति की जानकारी थी. इनमें से 87 ऐसे लोग ओमिक्रॉन की चपेट में आए थे जिन्हें टीके की दोनो डोज दी जा चुकी थी. हैरानी की बात यह है कि इनमें से तीन ऐसे लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए जिन्हें बूस्टर शॉट भी दिया गया था.

यह भी पढ़ें- Covid 19: द‍िल्‍ली में कोरोना मरीजों का टूटा र‍िकॉर्ड, 24 घंटे में दैन‍िक मरीजों का आंकड़ा पहुंचा 249, एक मरीज की मौत

स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक इनमें से 73 ऐसे लोग थे जिनके वैक्सीनेशन की जानकारी नहीं थी जबकि 16 लोग टीकाकरण के पात्र नहीं थे. वहीं 18 लोग जो ओमिक्रॉन से ग्रसित हुए उनका यात्रा का इतिहास नहीं था. भूषण ने कहा कि 165 लोगों में से 27 फीसदी का विदेशी यात्रा का इतिहास नहीं था जो कि समुदायिक संक्रमण की ओर संकेत देता है.

आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि क्लीनिकल सिम्टम्प्स वाले विश्लेषण से पता चलता है कि ओमिक्रॉन के 70 प्रतिशत रोगी एसिम्प्टोमैटिक है. भारत में अभी तक पाए गए ओमिक्रॉन के मामलों मे लगभग एक तिहाई मामले हल्के लक्षण वाले जबकि बांकी में किसी भी तरह के लक्षण नहीं दिखे.

नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने चेतावनी देते हुए कहा कि घरों के अंदर ओमिक्रॉन संक्रमण का खतरा अधिक हो सकता है. क्योंकि एक व्यक्ति जो कि बिना मास्क पहन कर बाहर जाता है और वह बाहर से संक्रमण लाकर घर के लोगों को संक्रमित कर सकता है. बाहर से संक्रमण लाता है. पॉल ने विशेष रूप से आगामी त्योहार और नए साल को देखते हुए देखभाल की आवश्यकता पर जोर दिया.

पॉल ने कहा कि संक्रमण से बचने के लिए हमें जिम्मेदाराना व्यवहार दिखाना होगा. लगातार मास्क का प्रयोग करें, हाथों को साफ रखें और भीड़ भाड़ वाली जगहों में जाने से बचे. उन्होंने अनावश्यक यात्रा से बचने की भी सलाह दी. उन्होंने कहा कि हमें महामारी को रोकने के लिए पुरानी रोकथाम रणनीति को अपनाने की जरूरत है. इसके साथ ही नीति आयोग सदस्य ने संपर्क ट्रेसिंग और टेस्टिंग को बढ़ाने पर भी जोर दिया.

Tags: Corona vaccine, Coronavirus, ICMR, Omicron

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

fapjunk