तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगान की अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी के राजदूतों को निष्कासन की धमकी, जानें क्या हुआ
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राष्ट्रपति एर्दोगान (FILE PHOTO)
एक दिन पहले तुर्की सरकार ने इन राजदूतों को तलब कर लिया था. पर्शिया में जन्में 64 साल के ओसमान कवाला एक्टिविस्ट हैं और तुर्की ने उन्हें बिना किसी आरोप के जेल में डाल दिया.
अंकारा. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान (Turkish President Recep Tayyip Erdogan) ने अमेरिका, जर्मनी समेत 10 पश्चिमी देशों (United States, Germany and eight other Western countries) के राजदूतों (Ambassadors) को निष्कासित करने की धमकी दी है. दरअसल, तुर्की के सामाजिक कार्यकर्ता उस्मान कवाला की रिहाई की मांग करते हुए इन देशों के राजदूतों ने बयान दिए थे. जिसके बाद तुर्की भड़क गया.
तुर्की में अमेरिका, जर्मनी और फ्रांस सहित दस देशों के राजदूतों ने एक संयुक्त बयान में कहा था कि तुर्की को ईसीएचआर और अन्य अंतरराष्ट्रीय समझौतों के दायित्वों का पालन करने की जरूरत है.इस बयान में उस्मान कवाला की तत्काल रिहाई का भी आह्वान किया गया था. कवाला चार साल से जेल में है.
पर्शिया में जन्में 64 साल के उस्मान कवाला एक्टिविस्ट हैं और तुर्की ने उन्हें बिना किसी आरोप के जेल में डाल दिया गया. तुर्की का कहना है कि उस्मान पर 2013 के सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों के साथ लिंक होने के आरोप हैं. कोर्ट ने उन्हें इस आरोप का दोषी नहीं पाया था, बावजूद इसके रिहाई के दिन ही उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था.
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